ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात कवि और लेखक सी नारायण रेड्डी का 12 जून 2017 को हैदराबाद में निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे.
तेलुगू भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार सी नारायण रेड्डी की 80 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है जिनमें कविता, गीत, गीतात्मक नाटक, नृत्य, निबंध, यात्रा वृतांत, पारंपरिक और गजल, और साहित्यिक आलोचना शामिल हैं.
सी नारायण रेड्डी
• उनका जन्म 29 जुलाई 1931 को करीमनगर जिले में हुआ था.
• उन्हें 1977 में पद्म श्री और 1992 में पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया.
• नारायण रेड्डी को वर्ष 1978 में आंध्रा यूनिवर्सिटी की ओर से कला प्रपूर्णा अवॉर्ड दिया गया.
• वे अपनी पीढ़ी के सबसे प्रतिष्ठित तेलुगू कवि थे. वह तेलंगाना सारस्वत परिषद के अध्यक्ष भी थे.
• उनकी रचनाओं को एक नई परंपरा की शुरूआत करने वाली रचनाओं के रूप में देखा जाता है.
• उन्होंने लगभग 3500 फ़िल्मी गीत लिखे थे.
• वर्ष 1997 में नारायण रेड्डी को राज्य सभा के लिए नामित किया गया.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रेड्डी के निधन पर शोक व्यक्त किया. साथ ही महाराष्ट्र और तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने भी रेड्डी के निधन पर दुख व्यक्त किया.
• उनका जन्म 29 जुलाई 1931 को करीमनगर जिले में हुआ था.
• उन्हें 1977 में पद्म श्री और 1992 में पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया.
• नारायण रेड्डी को वर्ष 1978 में आंध्रा यूनिवर्सिटी की ओर से कला प्रपूर्णा अवॉर्ड दिया गया.
• वे अपनी पीढ़ी के सबसे प्रतिष्ठित तेलुगू कवि थे. वह तेलंगाना सारस्वत परिषद के अध्यक्ष भी थे.
• उनकी रचनाओं को एक नई परंपरा की शुरूआत करने वाली रचनाओं के रूप में देखा जाता है.
• उन्होंने लगभग 3500 फ़िल्मी गीत लिखे थे.
• वर्ष 1997 में नारायण रेड्डी को राज्य सभा के लिए नामित किया गया.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रेड्डी के निधन पर शोक व्यक्त किया. साथ ही महाराष्ट्र और तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने भी रेड्डी के निधन पर दुख व्यक्त किया.
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